मध्य प्रदेश में महाजनपद काल -
भारत में 16 महाजनपदो का उल्लेख निम्न दो प्रमुख ग्रंथों में मिलता है -
1. बौद्ध ग्रंथ - अंगुत्तर निकाय
2. जैन ग्रंथ - भगवती सूत्र
16 महाजनपदो में से मध्य प्रदेश में दो महाजनपद स्थित थे -
1) अवंति महाजनपद
2) चेदी महाजनपद
1) अवंति महाजनपद -
यह महाजनपद मालवा व निमाड़ क्षेत्र में फैला हुआ था।
🔸अवंति महाजनपद दो भागों में विभाजित था -
1]उत्तरी अवंति - उज्जयिनी (राजधानी)
1]दक्षिणी अवंति - माहिष्मती (राजधानी)
🔸उत्तरी व दक्षिणी अवंति के मध्य वेत्रवती नदी ( बेतवा) बहती थी ।
🔸जीवक (बिम्बिसार के दरबार में राजवैद्य था जो अवंति नरेश चंडप्रद्योत की चिकित्सा के लिए आया था) के लेखों में विदिशा, गोनन्नद (आधुनिक दुराह), उज्जैन तथा माहिष्मती का उल्लेख मिलता है।
🔸अवंति बौद्ध धर्म का सुप्रसिद्ध केंद्र था , बौद्धकाल में इसका नाम अच्युतगामी था।
🔸मौर्य शासक बिन्दुसार के समय अशोक अवंति का राज्यपाल था।
2) चेदि महाजनपद -
🔸 राजधानी - शुक्तीमती
🔸 चेदी महाजनपद का विस्तार वर्तमान बुंदेलखंड क्षेत्र में था।
🔸बौद्ध धर्म की जातक कथाओं में इसे सोत्थिवती कहा गया है।
0 Comments
आपके doubt कमेंट करे...